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संस्कृति और विरासत

बेमेतरा की संस्कृति छत्तीसगढ़ी नैतिकता, अनुष्ठान और रीति-रिवाजों से प्रभावित है। इसी प्रकार अन्य छत्तीसगढ़ी क्षेत्र, इस क्षेत्र में विभिन्न अवसरों पर मंडी, पैंथी, मेला भी आयोजित किया जाता है। मातर भाई दुज उत्सव की ओर से आयोजित किया जाता है जो लक्ष्मी पूजा (दिवाली) के दूसरे दिन है, जबकि मंडई और मेला माघ पूर्णिमा (फेब-मार्च) सत्र में मनाया जाता है। दिवाली होली और अन्य हिंदू त्यौहारों के अलावा कुछ क्षेत्रीय त्यौहार मनाए जाते हैं, ये हैं: हरेली, पोला, तिजा, देव उथानी इकादशी, कार्तिक पूर्णिमा इत्यादि।